आपकी सूरत मेरी निगाहो में ऐसे बस गयी मानो जैसे छोटे से दरवाजे मे भैंस घुस गयी

पानी कि प्यास और पत्नी कि फरमाइश दोनों ही आउट ऑफ़ कण्ट्रोल होता है

हाथ उसी का पकड़ो जो आपको कभी ना छोड़े जैसे बिजली का तार

ए गुलाब अपनी खुशबू को मेरे दोस्तों पर न्योछावर कर  दे, यह सर्दी के मौसम में अक्सर नहाया नहीं करते

जब तिरछी नजरों से उन्होंने हमको देखा, तो हम मदहोश हो गए जब पता लगा उनकी नज़रें ही तिरछी हैं तो हम बेहोश हो गए।

Dhoka मिला जब Pyaar में, Zindagi में उदासी छा गई, सोचा था आग लगा देंगे इस Duniya को, तो कम्बख्त Colony में दूसरी आ गयी।

एक आदमी चाबी से अपनी कान खुजा रहा था दूसरा ब्यक्ति उसे गौर से देखते हुए बोला भाई साहब आप स्टार्ट नहीं हो रहे  तो मे धक्का लगाऊ