टूट कर चाहने वालो को टूट जाना पड़ता है यही रिवाज है इश्क का

बड़ा जिद्दी निकला मेरा मेहबूब मेरी लाख कोशिश के बाद भी ना रुका

किसी को जुदा करना इतना आसान होता तो रूह को ले जाने फरिश्ते नही आते

हम तो उनके नाम से ही इश्क कर बैठे थे और उन्हें मेरे जज्बात की भी कद्र नहीं

अगर किसी से रिश्ता बनाओ तो सच्चे दिल से निभाओ धोखेबाजों की कोई कद्र नहीं यहा

तुमसे अच्छे तो जख्म है मेरे तकलीफ उतना ही देते है जीतना मैं सह सकू

तुम्हारे झूठ को भी हम सच मानते गए तुम्हे पाने के चक्कर में हम बरबाद होते गए

जीते जी अगर मौत से रूबरू होना हो तो किसी शख्स से सच्ची मोहब्बत कर लो

किसी के जज्बात से अगर खेलो तो याद रखना तुम्हारे पास भी दिल है

दीवानगी की सितम तो देखो धोखा मिलने के बाद भी चाहते है हम उनको