तुझे सीने से लगाने की चाहत है तेरी बाहों में लिपट जाने की चाहत है खुबसूरती का इम्तेहान है तू तुझे ज़िन्दगी में बसाने की चाहत है

ये आइना क्या देंगे तुझे तेरी खुबसूरती की खबर मेरी आंखों से पूछ तू कितनी खूबसूरत है

कातिल आपकी अदाओ ने लुटा है मुझे आपकी वफाओ ने लुटा है शौक नहीं था हमें आशिक़ी का मुझे तो अपकी निगाहों ने लुटा है

यूँ तो आदत नहीं मेरी मुड़ के देखने की तुम्हें देखा तो ऐसा लगा एक बार और देख लूँ

बेहद खुबसूरत एहसासों से गुजर रहा है मेरा प्यार उधर बरसात की झड़ी इधर तेरे प्यार का एहसास

ज़ाम तो बहुत पिये है मैंने पर तेरे आँखो सा नशा किसी में नहीं

आज उनके हुस्न के कायल हो गये हम सिर्फ़ उनकी एक ही नजर से घायल हो गये हम

गुजरती है जब वो करीब से तो नक़ाब चेहरे से हटा देती है जाने क्यूं वो रोज मेरे दिल की धड़कन बढ़ा देती है

ख्यालों में बुना करते हैं तेरे साथ मोहब्बत का ताना-बाना सुकून सा…. दे जाता है इस बिरान दिल में तेरा आना-जाना

कभी कभी सोचता हूँ तुमसे रूठने का बहाना करू पर रोक लेता हूँ दिल को ये सोच के कहा गुजारा करेंगे तुमसे रूठ कर